
उदयपुर पर्यटन को लगे पंख, अब झील के बीच पर्यटक ले सकेंगे आनंद, सुकून की नई कहानी
उदयपुर, राजस्थान, उदयपुर की पहचान मानी जाने वाली फतहसागर झील के बीच स्थित नेहरू पार्क अब बिल्कुल नए स्वरूप में शहरवासियों और पर्यटकों के लिए सज-धज कर तैयार हो गया है। करीब साढ़े चार साल तक जारी विकास कार्यों के बाद शुक्रवार से यह पार्क आमजन के लिए खोल दिया गया। उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) को झील का प्रभार मिलने के बाद इस पार्क का कायाकल्प करने की योजना बनाई गई थी। दो हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस उद्यान को आधुनिक और आकर्षक रूप देने के लिए झील की पारिस्थितिकी को ध्यान में रखते हुए हर स्तर पर सुधार किए गए हैं। पार्क में प्रवेश करते ही झील के नीले पानी और हरे-भरे पेड़ों के बीच विकसित की गई हरियाली एक अलग ही वातावरण रचती है।
नए बने चौड़े और ऊंचे फुटपाथ पर टहलते हुए झील का चारों ओर फैला नजारा आसानी से देखा जा सकता है। हेरिटेज स्ट्रक्चर को पुनस्र्थापित कर उनका रंग-रूप निखारा गया है, वहीं लैंडस्केप डिजाइन के तहत फूलों की क्यारियों और घास के मैदानों को नया रूप दिया गया है। झील की अधिकतम भराव क्षमता को देखते हुए पैदल मार्ग की ऊंचाई बढ़ाई गई है जिससे बरसात के समय भी पार्क की सुरक्षा बनी रहे। मनोरंजन और आकर्षण के लिहाज से पार्क में कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं। म्यूजिकल फाउंटेन में रोशनी और संगीत के संगम से शाम का नजारा और मनमोहक होगा। जंगल सीन पार्क बच्चों और प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। ओपन थिएटर में शहर और बाहर से आने वाले कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित होंगी जिससे झील किनारे सांस्कृतिक माहौल जगेगा। पुराने जहाजनुमा रेस्टोरेंट को नया स्वरूप दिया गया है, जिसमें पारंपरिक व्यंजनों से लेकर आधुनिक स्नैक्स तक उपलब्ध रहेंगे। पार्क की मुख्य एंट्री पर बनाई गई टनल से गुजरते ही पनिहारिण की प्रतिमा आगंतुकों का स्वागत करेगी।
रानी रोड से प्रवेश, रास्ते में भी बदलाव
यूडीए आयुक्त राहुल जैन ने बताया कि पार्क तक पहुंचने के रास्ते में भी बदलाव किया गया है। पहले गुरु गोविंद सिंह पार्क के सामने से बोटिंग द्वारा ही पहुंचा जा सकता था, लेकिन अब रानी रोड से प्रवेश की सुविधा दी गई है। राजीव गांधी पार्क के पास बने जेटी प्वाइंट से पर्यटक बोटिंग कर सीधे नेहरू पार्क तक जा सकेंगे। वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था राजीव गांधी स्मृति उद्यान पर की गई है ताकि यातायात सुचारु रहे। रानी रोड से शुरू होने वाली नई बोटिंग सुविधा पर्यटकों के लिए झील का नया परिप्रेक्ष्य दिखाएगी।
हरियाली, रोशनी, संगीत और संस्कृति का संगम
अभी उद्यान का समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक रखा गया है। दीपावली के बाद जब पर्यटन सीजन शुरू होगा और म्यूजिकल फाउंटेन व फसाड लाइटिंग का काम पूरा हो जाएगा तब उद्यान का समय रात 9.30 बजे तक बढ़ाया जाएगा। टिकट दरें वयस्कों के लिए 210 रुपये, बच्चों के लिए 110 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 420 रुपये तय की गई हैं। पार्क में पेयजल, शौचालय, बैठने की बेंच, सुरक्षा व्यवस्था और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है। नए स्वरूप में नेहरू पार्क न केवल उदयपुरवासियों के लिए सुकून की जगह बनेगा बल्कि देशी-विदेशी पर्यटकों को झील की गोद में हरियाली, रोशनी, संगीत और संस्कृति का ऐसा संगम देगा जो उनकी यात्रा को यादगार बना देगा। झील के मध्य स्थित यह उद्यान भविष्य में शहर के प्रमुख आकर्षणों में शुमार होगा और उदयपुर की पर्यटन पहचान को नई ऊंचाई देगा।